10000 Samanarthi Shabd In Marathi | समानार्थी शब्द मराठी
SYNONYMS OF SYNONYMS IN MARATHI नमस्कार मित्रांनो, या लेखात आम्ही तुम्हाला मराठीतील दहा हजाराहून अधिक समानार्थी शब्द दिले आहेत. समानार्थी शब्द आणि त्यांचे अर्थ याबद्दल अधिक माहितीसाठी हे पोस्ट शेवटपर्यंत वाचा.
1000 + Samanarthi Shabd In Marathi (List Of Samanarthi Shabd in Marathi) | समानार्थी शब्दांची यादी
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अवकाश = अवधी, समय, वेळ, काल |
गणपती = गजानन, एकदंत, गणेश, गौरीनंदन, विघ्नहर्ता, गौरीसुत, विनायक, वक्रतुंड |
छान समानार्थी शब्द मराठी = सुरेख, सुंदर, उत्तम |
अंक = आकडा |
अंग = शरीर |
अंगण = आवार |
अंगार = निखारा |
अंगारा = विस्तव, निवास, इंगळ, भस्म |
अंघोळ = स्नान |
अंडज = पक्षी |
अंत = शेवट |
अंत, अंतिम = शेवट |
अंतरिक्ष = अवकाश |
अंतरीक्ष = अवकाश |
अंतिम समानार्थी शब्द मराठी = शेवटचे |
अंधार = काळोख , तिमीर , तम |
अंधुक = पुसट, अस्पष्ट, मंद |
अंबर = वस्त्र |
अकटी = आगटी |
अकल्पित = एकाएकी घडणारे |
अक्राळविक्राळ = भेसूर, भयंकर, राक्षसी, उग्र |
अक्षय = नाश न पावणारे |
अखंडित = सतत चालणारे |
अगणित = असंख्य , अमर्याद |
अगत्य समानार्थी शब्द मराठी = अस्था, कळकळ, आपुलकी, कळवळा, आदर |
अगम्य = न समजू शकणारे |
अग्र = टोक |
अग्रज = आधी जन्मलेला |
अग्रपूजा = पहिली पूजा |
अघटित = विलक्षण, चमत्कारिक, असंभाव्य |
अघोर = भीतिदायक, भयंकर, वाईट |
अचंबा = आश्चर्य , नवल |
अचल = शांत, स्थिर |
अचानक = अनपेक्षित, अकस्मात, एकाएकी |
अडचण = समस्या |
अडथळा = मनाई, मज्जाव, आडकाठी |
अतिथी = पाहुणा |
अत्याचार = अन्याय |
अधनय्य = अजाण |
अधर = ओठ, ओष्ट |
अध्ययन = शिकणे |
अध्यापन = शिकवणे |
अन = आणि |
अनमान = हयगय, उपेक्षा, दुलर्क्ष, अनादर |
अनरुत = खोटे |
अनर्थ समानार्थी शब्द मराठी = संकट |
अनर्थ = संकट |
अनल = अग्नी, विस्तव: पावक, वन्ही |
अन = आणि |
अनाथ = पोरका |
अनुकरण = नक्कल, माकडचेष्टा |
अनुक्रमणिका = यादी, सूची |
अनुग्रह = कृपा |
अनुज = नंतर जन्मलेला |
अन्न = आहार , खाद्य |
अपंग = व्यंग, लुळा, विकलांग, पांगळा |
अपघात = दुर्घटना |
अपमान = मानभंग |
अपराध = गुन्हा |
अपराधी = गुन्हा |
अपाय = इजा |
अपेक्षाभंग = हिरमोड |
अभिनंदन = गौरव |
अभिनय समानार्थी शब्द मराठी = हावभाव, अंगविक्षेप |
अभिनव = नवीन, नूतन, अपूर्व |
अभिनेता = नट |
अभिप्रेत = अर्थ, हेतू, उद्देश |
अभिमान = गर्व |
अभियान = मोहीम |
अभिवादन = नमस्कार , वंदन , प्रणाम |
अभ्यास = सराव |
अभ्युदय = भरभराट |
अमाप = पुष्कळ, विपुल, भरपूर |
अमित = असंख्य, अगणित, अपार |
अमृत = पियुष, सुधा, संजीवनी |
अर्जुन = पार्थ, धनंजय, फाल्गुन |
अवघड = कठीण |
अवचित = एकदम |
अवतरण = खाली येणे |
अवनी = भू, क्षमा, उरबी, कुंभिनी, मेदिनी, विश्वंभरा, क्षिती |
अवर्षण = दुष्काळ |
अविरत = सतत , अखंड |
अशक्त = रोडका, दुर्बल, क्षीण |
अशुभ = वाईट, अमंगल |
अश्रू = आसू |
अश्व = घोडा, हय, तुरग, तुरंग, तुरंगम, वारू, वाजी |
असामी समानार्थी शब्द मराठी = इसम, व्यक्ती, माणूस |
अस्त = अंतर्धान, लोप, शेवट |
अस्थिर = चंचल, क्षणिक |
अस्थीपंजर = हाडांचा सापळा |
अहंकार = गर्व |
अहर्निश = रात्रंदिवस |
अही = सर्प, साप, भुजंग, व्याल |
आंदोलन = चळवळ |
आकर्षण = मोह, ओढ, पाश |
आकांत = आक्रंद, आक्रोश |
आकालीन = अयोग्य वेळचे |
आक्रमण = हल्ला, चढाई, स्वारी, मोहीम |
आगमन = येणे |
आगामी = येणारे |
आग्रह = हट्ट, अट्टहास, हेका |
आजार = रोग, पीडा, व्याधी |
आजारी = पीडित , रोगी |
आजारी = पीडित, रोगी |
आज्ञा = आदेश , हुकूम |
आठवडा = सप्ताह |
आठवण = स्मरण , स्मृती , सय |
आतुरता = उत्सुकता |
आदर = मान |
आधी = अगोदर, प्रथम |
आपत्ती = संकट |
आपुलकी = जवळीकता |
आभाळ = आकाश |
आयुध = शस्त्र |
आयुष्य = जीवन |
आरंभ = प्रारंभ, सुरूवात, आदि, आदी |
आरसा = दर्पण |
आराधना समानार्थी शब्द मराठी = प्रार्थना |
आरोपी = गुन्हेगार , अपराधी |
आरोहण = वर चढणे |
आला = निरबंध |
आळशी = कुजर , निरुद्योगी , ऐदी , आळसट |
आवड = होस |
आवश्यकता = गरज, जरूरी |
आवाजमां = आवाजात |
आवाहन = विनंती |
आशा = इच्छा |
आशीर्वाद = शुभचिंतन |
आश्चर्य = नवल |
आस = इच्छा |
आसक्ती = लोभ |
आसन = बैठक |
आहार = खाणे, भोजन, अन्न |
इंद्र = देवेंद्र |
इडपीडा = सर्व प्रकारचा त्रास |
इतमाम = सरंजाम, थाट, व्यवस्था, लवाजमा |
इतर = इत्यादी, उरलेले |
इतराज = नाखूष, रुष्ट, नाराज, अप्रसन्न |
इतराजी = गैरमर्जी |
इन्कार = नापसंती, नाकबूली, निषेध |
इन्साफ = न्याय, निर्णय |
इमानी = प्रामाणिक, नेक, एकनिष्ठ |
इलाज = उपाय |
इशारा = सूचना |
इष्ट = इच्छित |
इहलोक = मृत्युलोक |
ईर्षा = चुरस |
ईश्वर समानार्थी शब्द मराठी = देव , ईश , निर्जर , परमेश्वर , अलक्ष , सूर , विभूध , अलख , प्रभू , त्रिदश |
उक्ती = वचन |
उठावाची = उठायची |
उणीव = कमतरता |
उत्कर्ष = भरभराट |
उत्पन्न = मिळकत, प्राप्ती |
उत्सव = कार्यक्रम, समारंभ, सोहळा |
उत्साह = आवेश |
उत्सुक = उत्कांठित, आसक्ती, आतुर, अधीर |
उदर = पोट |
उदरनिर्वाह = चरितार्थ |
उदास = खिन्न |
उद्दाम = उद्धट, उर्मट, असभ्य |
उद्यम = उद्योग |
उद्युक्त = तयार |
उपजत = जन्मापासून |
उपद्रव = त्रास |
उपद्व्याप = नखटाटोप |
उपवन = बगीचा |
उपहास = चेष्टा, थट्टा, मस्करी |
उपांत्य = शेवटच्याच्या आधीचा |
उपासक = भक्त |
उपासना = भक्ती |
उपेक्षा = दुर्लक्ष |
उबग = वीट |
उभा = सरळ |
उमेद = हिंमत, धैर्य, उत्साह |
उशीर = विलंब |
उषा = उषःकाल, पहाट, अरुणोदय, प्रातःकाल, प्रभात, सकाळ |
उसंत = फुरसत, विसावा, विश्रांती, आराम |
ऊन = सूर्यप्रकाश |
ऊर्जा = शक्ती |
ऋण = कर्ज |
ऋतु = मोसम |
ऋतू = मोसम |
ऋषी = तपस्वी , मुनी , साधू , तापस |
एकजूट = एकता, एक्य |
एकटा = एकाकी, एकला |
एकमेव = एकच एक |
एकमोडी समानार्थी शब्द मराठी = एककल्ली, एकमार्गी |
एकवार = एकडा, एकवेळ |
एकाएकी = एकदम, अपचित |
एकाग्र = एकतान, एकचित्त, स्थिर |
एकाग्रता = एकातानता |
एतद्देशीय = या देशाचा |
एहसान = उपकार, दया, कृपा |
ऐक्य = एकी, मिलाफ, सूट, एकत्व, एकोपा |
ऐच्छिक = इच्छिलेले, इष्ट |
ऐट = नखरा, डौल, ताठा, मिजास, दिमाख, रुबाब |
ऐदी = आळशी, मंद, सुस्त, जड |
ऐश्वर्य = वैभव |
ऐषआराम = स्वस्थता, चैन, सुखोपभोग, सुख |
ऐसपैस = विस्तीर्ण, प्रशस्त, अमर्याद |
ओंजळभर = अंजूरभर |
ओंड = लोंगर, टरफल, खोल |
ओज = तेजस्वीपणा |
ओझे = भार, बोजा, वजन, जबाबदारी, काळजी |
ओटा = नाला, प्रवाह |
ओढा = झरा , नाला |
ओढाळ = अनिर्बध, उनाड, भटक्या |
ओढी = सवय, माया, लळा, कल |
ओतप्रोत = सर्व बाजूंनी पूर्ण |
ओनामा = सुरूवात |
ओबडधोबड समानार्थी शब्द मराठी = बेढव, बेडौल, खरबरीत, रांगडे |
ओळख = परिचय |
ओहोळ = वाहते पाणी |
औक्ष = आयुष्य, जीवित |
औक्षण = ओवाळणे |
औपचारिक = शिष्टाचार म्हणून केलेले कार्य |
औरवळ = अवखळ, खोडकर |
औस = अमवास्या, अवस |
कंजूष = कृपण |
कंनडुक = चेंडू |
कच = माघार, अडचण, स |
कुरापत = खोडी, कुचाळी, थट्टा, टवाळकी |
कुशल = पटाईत, क्षेम |
कूजन = पक्षाचे गाणे |
कूर्म = कासव |
कृपण = कंजूष |
कृश = बारीक, हडकुळा |
केश = केस, लव, रोम, बाल |
कोंडा = भुगा, भूय, चुरा, तूस |
कोंभ = अंकुर, मोड, खांब, कोंब |
कोठार = भंडार |
कोमल = नाजूक, मऊ, मृदू, सुंदर |
कोळिष्टक = जळमट |
कोवळीक = कोमलता |
क्रम = अनुक्रम, रांग, ओळ, पद्धती |
क्षणभंगुर = थोडा काळ टिकणारे |
क्षत = जखम, व्रण |
क्षमा = माफी |
क्षय = झीज |
क्षिर = दूध |
क्षीण = अशक्त |
क्षीर = दूध |
क्षीरसागर = दुधाचा समुद्र |
क्षुद्र = क्षुल्लक, उणेपणा, हलके |
क्षुधा = भूक |
क्षेम = कल्याण, हित |
क्षोद = पूड, चूर्ण, भुकटी |
क्षोभ = क्रोध |
खंक समानार्थी शब्द मराठी = दीन, दरिद्री, द्रव्यहीन, निर्धन |
खंत = दुःख |
खंदा = साहसी, धाडसी, सामर्थ्यवान |
खग = पक्षी , विहंग , व्दिज , अंडज , शकुन्त |
खचित = निश्चित, खात्री, रखरोखर |
खजीटर = शरमिंदा, लज्जित, शरमलेला, ओशाळा |
खटका = भांडण, वाद, झगडा, तंटा, कलह |
खटाटोप = धडपड, प्रयत्न |
खटारा = बैलगाडी, धूड, छकडा |
खट्याळ = खोडकर, द्वाड, उनाड, हुड, उपद्व्यापी |
खडक = दगड, पाषाण |
खडग = तलवार |
खड्ग = तलवार |
खण = कप्पा |
खबर = बातमी, वार्ता, संदेश, माहिती |
खरमरीत = प्रखर, खणखणी, तीक्षण, सडेतोड |
खरा = सच्चा, प्रामाणिक, सरळ, विश्वास |
खरेपणा = न्यायनीती |
खल = नीच , दुष्ट , दुर्जन |
खलाशी = नावाडी, नाखवा, खारवा, कोळी |
खाटा करणे = आंबवणे |
खात्री = विश्वास |
खाली जाणे = अधोगती |
खिडकी = गवाक्ष |
खुळचट = पुळचट, नेभळा, भित्रा |
खुळा = मूर्ख, वेडा, अक्कलशून्य, बावळा |
खुषी = संतोष, तोष, समाधान, आनंद, प्रसन्नता |
खूप = पुष्कळ, भरपूर, विपुल |
खेड = ग्रंथ, अध्याय, व्यत्यय, अडथळा |
खेडूत = गावकरी, ग्रामस्थ |
खेडे = गाव , ग्राम |
खेत = खेद, खिन्नता, हुरहुर |
खेद = वैषम्य, विषाद, दुःख |
खोड्या = चेष्टा |
ख्याती = कीर्ती , प्रसिद्धी , लौकिक |
गंध = वास, दरवळ |
गंमत = मौज , मजा |
गडप = अदृश्य, बेपत्ता, नष्ट |
गणपती = गजानन, लंबोदर |
गदारोळ = गोंधळ, ओरड, खटाटोप, दंगा, हुल्लड |
गनीम = शत्रु |
गबाळा = अजागळ, बावळट, मूर्ख, बावळा |
गयावया समानार्थी शब्द मराठी = काकुळती, करूणा, विनवणी, याचना |
गरज = आवश्यकता |
गरम = उष्ण, उबदार, तप्त |
गरवार = गर्भवती |
गरीब = दीन, लाचार, पामर, दुबळा |
गरुड = खगेंद्र |
गरूड = खगेंद्र, विजराज, वैनतेय |
गर्व = अहंकार |
गवई = गायक |
गवत = तृण |
गवाक्ष = खिडकी |
गस्त = पहारा, रखवाली, रावण |
गहन = कळण्यास कठीण |
गाजावाजा = कीर्ती |
गाजावाजा झाला = कीर्ती पसरली |
गाणे = गीत |
गाथा = कविता, आर्या, काव्य |
गाय = गोमाता, धेनु |
गार = थंड, शीतल, शीत |
गाव = ग्राम , खेडे |
गिरी = पर्वत, डोंगर, अचल |
गुच्छ = झुबका, घोस, तुरा |
गुद्दा = बुक्का, ठोसा, रट्टा |
गुन्हा = अपराध |
गुलामी = दास्य |
गूढ = गुप्त गोष्ट |
गृहिणी = घरधनिन |
गो = गाय, धेनु |
गोड = मधुर |
गोणी = पोते |
गोत = गोत्र, वंश, पिढी, कूळ |
गोधूम = गहू |
गोपाळ = कन्हैया, कृष्ण, मोहन, मुरलीधर, गोविंद, गिरीधर |
गोळ = मधुर |
गोषवारा = सारांश, संक्षेप, तात्पर्य |
गोष्ट = कथा, कहाणी |
गौरव = अभिनंदन, सन्मान |
ग्रंथ = पुस्तक |
ग्रस्त = त्रासलेला |
ग्रह = कल्पना, समजूत, भावना |
ग्राम = गाव |
ग्राहक = गिऱ्हाईक |
घडामोड = खटाटोप, उलथापालथ, फेरफार, व्यवहार |
घडी = दुमड, संच, बस्तान, रचना |
घत = मेघ, ढग, जलह, पयोधर |
घनिष्ठ = दाट, अगदी जवळचे |
घरटे = खोपा |
घवघवीत = भरपूर |
घाई = गडबड, त्वरा, तातडी, जलदी |
घागर = घडा , मडके |
घाट = आकार, घडण, रचना, ठेवण |
घान = संहार, नाश, विध्वंस, वध |
घाव = प्रहार, वार, आघात, तडाखा |
घास = कवळ, ग्रास |
घेर = वर्तुळ, परिसर, परीध, लेढा |
घोयका = घोळका , जमाव |
चंगळ समानार्थी शब्द मराठी = मुबलक, विपुल, विपुलता, पुष्कळ |
चंचल = उतावळा, स्वैर, अधीर, उच्छृखल |
चंद्र = इंदु, शशी, विधू, सोम, हिमांशू |
चकणा = तिरळा, काणा, तिरपा, तिरवा |
चक्र = चाक |
चटकन = झपाझप, झरझर, त्वरीत, चटदिशी, झटपट |
चट्टा = व्रण, डाग, वण |
चन्हाट = दोरखंड |
चप = गप्प, शांत, चूप, चीप, स्तब्ध |
चपल = चलाख, वेगवान, तल्लख, हुशार |
चप्पल = वहाणा, जोडा, पायताण, पायतण, पादत्राण |
चबुतरा = चौथरा, कट्टा, उंचवटा, ओटा |
चरण = पाय , पाऊल |
चरितार्थ = उदरनिर्वाह |
चऱ्हाट = दोरखंड |
चव = रुची , गोडी |
चांगले = सुंदर, सभ्य, मनोहर |
चांदणे = कौमुदी, चंद्रप्रकाश, चंद्रिका, ज्योत्स्ना |
चांदी = रूपे |
चाक = चक्र |
चाकर = नोकर, सेवक, गडी, दास, गुलाम |
चाचणी = परीक्षा, तपासणी, पारख |
चाणाक्ष = हुशार, चतुर, धूर्त, चलाख, चालाख |
चारू = मोहक |
चिंता = काळजी |
चिडीचूप = शांत |
चिमुकले = लहान, छोटे, सान |
चिमुरडी = लहान |
चिलट = डास, मशक, मच्छर |
चिल्लापिल्ली = मुलेबाळे, पोरे, कच्चीबच्ची, बालबच्ची |
चिळकांडी समानार्थी शब्द मराठी = पिचकारी, चिरकांडी, चिपनळी |
चिळस = किळस, तिटकारा, वीट, तिरस्कार |
चिवट = चिकट, वातड, चामट |
चुटपुट = काळजी, तळमळ, खुरस्तुर, चडफड, हुरहुर |
चूक = दोष |
चूर = गर्क, मग्न, गुंग, तल्लीन |
चेतना = जीवनशक्ती |
चेपणे = दाबणे, पिळणे, आवळणे |
चेहरा = चर्या, मुद्रा, तोंडावळा, रूप, मुख |
चौकशी = विचारपूस |
चौचाल = लहरी, भटक्या, भणंग, स्वच्छंदी |
चौपदरी = झोळी |
चौफेर = चहूकडे, सर्वत्र |
चौर्य = चोरी |
छंद = नाद, आवड |
छडा = तपास |
छात्र = विद्यार्थी |
छान = सुरेख , सुंदर |
छिद्र = भोक |
छिद्र॑ = भीक |
छेदणे = कापणे, तोडणे, चिरणे, छाटणे |
जग = दुनिया , विश्व |
जड = मंद, आळशी, मूर्ख |
जत्रा = मेळा |
जन = लोक , जनता |
जमीन = भु, भूमी, भुई, धरा |
जय = विजय, यश, सफल, सिद्धी, यशस्वी |
जयघोष = जयजयकार |
जरठ = वृद्ध, म्हातारा, जीर्ण |
जरब = दरारा |
जरा = म्हातारपण |
जर्जर = क्षीन झालेला |
जल समानार्थी शब्द मराठी = नीर, पाणी, जीवन, अंबू, पय, सलील, तोय, उदक, वारी |
जलद = शीघ्र, लवकर, ताबडतोब, त्वरेने |
जवळ = तिकट, नजीक, समीप, संनिध, सानिध्य |
जवाहीर = सोने, अलंकार, जडजवाहीर, रत्ने, आभरण |
जहर = विष, विख, गर |
जागा = स्थळ, स्थान, ठिकाण |
जाड = लठ्ठ, स्थूल, दांडगा, धष्टपुष्ट |
जादू = इंद्रजाल, मंत्रतंत्र, मंत्रविद्या |
जान्हवी = गंगा नदी |
जामात = जावई |
जाया = सहधर्मचारिणी |
जाहीर = प्रसिद्ध, प्रगट, सर्वश्रुत |
जिगर = जिवलग, जीवश्चकंठश्च, प्यारा, प्रिय |
जिज्ञासू = जाणण्यासाठी उत्सुक |
जिणे = जीवन, आयुष्य, जीवीत, अस्तित्व |
जिद्द = हट्ट, आग्रह, दुराग्रह, हेका |
जिन्नस = पदार्थ |
जिव्हाळा = माया, प्रेम, ममता |
जीर्ण = जुने |
जीव = प्राण |
जीवन = आयुष्य , हयात |
जुना = प्राचीन, जीर्ण, पुरातन |
जुलूम = अत्याचार , छळ , बळजोरी , अन्याय |
जोखीम = हमी, जबाबदारी, धोका |
जोतिष्य = भविष्य, जातक, कुंडली, भाकीत |
ज्ञाता = सुज्ञ, शहाणा, जाणकार, विद्वान |
ज्ञान = बुद्धी, विद्या |
ज्यातात = जात्यात |
ज्येष्ठ = मोठा |
ज्वर = ताप |
झंझावात = तुफान, वावटळ, वादळ |
झकपक = झगमग, चकाळी, चमक, झळक |
झगडा = भांडण, वाद, तंटा, कलह, संघर्ष, |
झडती = तपासणी, तपास, शोध |
झपाझप = झटपट, लवकर, जलद, झरझर |
झरोका = गवाक्ष, जाळी, झरूका |
झीट = मुच्र्छा, घेरी, भोवळ |
झुंज = लढा, संग्राम |
झुंज झरणे = वाहणे, पाझरणे, झिरपणे |
झुंझुरका = पहाटेस |
झुंबड समानार्थी शब्द मराठी = गर्दी, जमाव, दाटी |
झेंडा = ध्वज, निशाण |
झोकणे = कलणे, वाकणे, झुकणे |
झोका = झुला |
झोप = निद्रा |
झोपडी = कुटीर , खोप |
टंगळमंगळ = टाळाटाळ, दिरंगाई, हयगय |
टंचाई = कमतरता |
टकळी = वटवट, बडबड, रडारड |
टणक = कणखर, मजबूत, बळकट |
टवटवीत = सतेज, प्रफुल्लित, ताजा, तेजस्वी |
टाकाऊ = निरुपयोगी, कुचकामी, गुणहीन, व्यर्थ |
टापू = प्रांत, प्रदेश, टप्पा |
टाहो = आक्रोश, हंबरडा |
टेकडी = हुकडी |
टोलेगंज = भव्य, अजस्त्र, प्रचंड |
ठक = लबाड |
ठग = चोर |
ठळक = जाड, स्पष्ट, मोठा, भरीव |
ठसा = खुण |
ठाम = निश्चित, दृढ, बिनचूक, खचित, निर्विवाद |
ठाव = तळ, बुड, खोली |
ठिकाण = स्थान |
ठीक = बरोबर, उचित, योग्य, सम्पर्क |
ठेका = आवाज, ताल, ताळ |
ठेकेदार = कंत्राटदार |
ठेव = संचय, निधी, साठा |
ठोसा = धपाटा, रपाटा, तडाखा |
डाकू = चोर, दरोडेखोर, लुटारू |
डोंगर = पर्वत |
डोके = मस्तक |
डोया = डोळा |
डौल = दिमाख, ऐट, रुबाब |
ढवळाढवळ = लुडबूड, उलाढाल, गोंधळ |
ढिला = सैल, मऊ, अघळपघळ |
ढीग = रास |
ढेकूण = मत्कुण, खटमल |
ढोंग = सोंग, पाखंड, लबाडी |
ढोर समानार्थी शब्द मराठी = गुरे, जनावरे (गाय, बैल, म्हैस, रेडा, इ.) |
तंतु = धागा, दोरा, सूत, सूत्र |
तकदीर = दैव |
तकलादी = बनावट, नकली, तकलुबी |
तकवा = बळ, जोर, शक्ती, ताकद |
तक्ता = नकाशा, कोष्टक |
तक्रार = गाऱ्हाणे |
तख्त = सिंहासन, आसन, गादी, तक्त |
तगडा = सशक्त, बळकट, धिप्पाड, धट्टाकट्टा |
तज्ञ = माहितगार, जाणता, पंडित, कुशल |
तड = अडचण, तंगी |
तडक = नेट, जोर, आवेग, वेग, गती |
तडजोड = समेट, सलोखा |
तडफ = उत्साह, चपलता, चलाखी |
तडा = भेग, चीर, फट |
तन = शरीर, देह, अंग, काया, तनू |
तप = ध्यान, मनन, आचरण |
तपास = चौकशी, शोध, तलास, विचारपूस |
तफावत = फरक, अंतर |
तमा = पर्वा,फिकीर |
तरतूद = व्यवस्था, सिद्धता, योजना |
तरबेज = निष्णात, कुशल, वाकबगार, पारंगत, निपूण |
तरु = झाड, वृक्ष |
तरुण = जवान, युवक |
तर्हा = रीत, पद्धती, मार्ग |
तलवार = खडग, समशेर |
तलाव = कासार, सारास, तळे |
तळे = तलाव , सरोवर , तडाग |
तसवीर = छबी, प्रतिमा, चित्र, तसवीर |
ताकीद = समज, हुकूम, जरब, जबर, दरारा |
ताडा = मेळ, ताळा, जुळणी |
ताणीस्त्री = ताणून |
ताम्र = तांबे |
तारण = रक्षण |
तारांबळ = धांदल, घाई |
तारीफ समानार्थी शब्द मराठी = वाहवा, स्तुती, प्रशंसा, वाखाणणी |
तारु = जहाज, गलबत |
तारू = जहाज, गलबत |
तारूण्य = यौवन, जवानी, तरूणपणा |
तारे = तारका, चांदण्या |
ताल = ठेका |
तालेवार = श्रीमंत, धनिक |
तिमिर = अंधार, काळोख |
तिरपीट = त्रेधा, धांदल, तारांबळ, घाई |
तिरसट = त्रासिक, चिडखोर, तुसडा, चिडका |
तीव्र = प्रखर, कडक, उग्र, भयंकर |
तुरंग = कैदखाना, बंदिवास |
तुरुंग = कारागृह, कैदखाना |
तुलना = साम्य |
तृण = गवत |
तृप्त = संतुष्ट, समाधानी, सुखी |
तृप्ती = समाधान, संतोष, प्रसन्नता, तोष |
तृशीत = तहानलेला |
तृषा = तहान, तृष्णा, इच्छा |
तृष्णा = तहान |
तोटा = नुकसान, हानी |
तोरा = दिमाख, डौल, ऐट, नवरा |
त्रागा = डोक्यात राख घालणे |
त्राता = रक्षण कारनारा |
त्रिभुवन = तिन्ही लोक |
त्वचा = कातडी |
थंड = शीत, गार, शीतल |
थंडी = गारठा, गारवा |
थकणे = दमणे, भागणे, श्रमणे, शिणणे |
थक्क = आश्चर्य, नवल, विस्मय, अचंबा |
थट्टा = चेष्टा, मस्करी, विनोद |
थवा = समदाय, जमाव, गर्दी, चमू |
थांग = ठाव, पत्ता, माग, तळ |
थाट = डामडौल, शोभा, थाटमाट |
थाळा = ताट, पात्र, परात |
थिटा = आखूड, अपुरा, अरूंद |
थीर = शांत, स्तब्ध, सौम्य, निवांत |
थेट = सरळ, नीट, बरोबर, योग्य |
थोडा = अल्प, किंचित, थोडका |
थोबाड = गालपट |
थोर = मोठा, श्रेष्ठ, पूज्य |
दंड = काठी, सोटा, छडी, दंडा |
दंडवत = नमस्कार |
दंत = दात |
दंभ = ढोंग |
दगड = धोंडा, शिळा, पाषाण, खडक, फत्तर, शिला |
ददात = उणीव |
दरवाजा = दार , कवाड |
दर्पण = आरसा |
दांत = दंत, रदन, विज (दोनदा जन्मलेला) |
दागिना = अलंकार, आभूषण |
दाट = घन, घट्ट, निबिड, गर्द |
दानव = राक्षस, दैत्य, असुर |
दाम = पैसा |
दाम्पत्य = जोडपे,पतिपत्नी |
दार = दरवाजा |
दारा = पत्नी |
दारिद्य = गरिबी |
दास = चाकर, नोकर |
दाहक = जाळणारा |
दिन = गरीब |
दिवा = दीप , दीपक |
दीन = गरीब |
दुःखी = कष्टी, खिन्न, त्रस्त |
दुजा = दुसरा |
दुनिया = जग |
दुबळा = दुर्बल, सामर्थ्यहीन, अशक्त |
दुर्ग = किल्ला |
दुर्दशा = दुरवस्था दु : स्थिती |
दुर्दैव = दुर्भाग्य |
दुर्दैवी = अभागी, दैवहीत, भाग्यहीत, दुर्भाग्यशाली |
दुर्धर = कठीण |
दुर्भिक्ष्य = कमतरता |
दुर्मीळ = मिळवण्यासाठी कठीण |
दृढता = मजबुती |
दृश्य = देखावा |
दृष्टी = नजर, नदर, दृष्ट |
देऊळ = मंदिर, देवालय, देवघर, राऊळ |
देखणी = सुंदर, रूपवती, सुरूप |
देखत = बघत , पाहत |
देखावा = दृश्य |
देव = ईश्वर, परमेश्वर |
देवाणघेवाण = देणेघेणे |
देश = राष्ट्र |
देह = तनु, तन, काया, वपू, शरीर |
दैत्य = राक्षस, दानव, असुर |
दैन्य = दारिद्र्य |
दैन्यावस्था = वाईट स्थिती |
दैव = नशीब, भाग्य, प्रारब्ध, ललाट, तकदीर |
दौलत = संपत्ती , धन |
द्वध = ढुग्ध, पय, क्षिर |
द्वेष = मत्सर , हेवा |
धंदा = व्यापार, व्यवसाय, उद्योग, उदीम |
धन = पैसा, संपत्ती |
धनिक = श्रीमंत, सावकार, धनवान, धनाड्य |
धनी = मालक, स्वामी, पती, हेतू |
धनु = धनुष्य |
धनुष्य = चाप, कोंदड |
धरणी = धरती |
धरती = धरणी, पृथ्वी, वसुंधरा |
धर्म = घाम |
धवल = पांढरे |
धिटाई = धैर्य, हिम्मत, धीटपणा, धाडस |
धी = बुद्धी |
धूळ = धुरळा, माती, रजःकण |
ध्वनी = आवाज , रव |
नक्कल = प्रतिकृती |
नगर = शहर, पुरी |
नजर = दृष्टी |
नजराणा = भेट, उपहार |
नफा = फायदा |
नमस्कार = वंदन, नमन |
नर्तिका = नाचणारी |
नव = नवीन, नूतन, नवे |
नवनीत = लोणी |
नवरा = पती, कांत, भर्तार, धनी, वल्लम, नाथ |
नवीन = नूतन, नव |
नाच = नृत्य |
नाचार = गरीब, कंगाल, दरिद्री, लाचार |
नाजूक = कोमल, मुलायम, नरम |
नाते = रक्तसंबंध, आप्तपणा, नातलग |
नातेवाईक = नातलग |
नाथ = धनी, स्वामी |
नापास = अनुत्तीर्ण, अयशस्वी, अमान्य |
नामी = सुंदर |
नायक = नेता, पुढारी, अग्रणी, म्होरक्या |
नारळ = श्रीफळ |
निंद्य = निंदा करण्यालायक |
निकड = लकडा, तगादा, हव्यास |
निखालस = स्पष्ट, साफ, निश्चित |
निगा = काळजी |
नित्य = नेहमी, सतत, सदा, सदोदित |
निधन = मृत्यू, अंत, मरण |
निपुण = निष्णात, कुशल, प्रवीण |
निबिड = दाट, गडद, घनदाट |
निमंत्रण = आमंत्रण, आवतण, बोलावणे |
नियम = पद्धत |
निरझर = झरा |
निरभ्र = ढग नसलेले |
निर्जन = ओसाड |
निर्झर = झरा |
निर्धार = निश्चय |
निर्मळ = स्वच्छ |
निलाजरा = निर्लज्ज, बेशरम |
निश्चय = निर्धार |
निष्ठा = श्रद्धा |
नीच = तुच्छ |
नुकसान = हानी, तोटा, खोट |
नृत्य = नाच |
नृप = राजा |
नेता = नायक, पुढारी |
नोकर = चाकर, सेवक, दास |
नौदल = आरमार |
नौबत = नगारा, डंका, प्रसिद्धी, कीर्ती |
न्हौतं = नव्हते |
पंक = चिखल |
पंक्ती = ओळ, रांग, पंगत |
पंडित = शास्त्री, विदवान, बुद्धिमान |
पंडीत = विद्वान, शास्त्रज्ञ, तज्ञ |
पंथ = मार्ग, रस्ता, वाट, पथ |
पगडा = वर्चस्व, सत्ता, अधिकार |
पगार = वेतन, तनवा, मेहनताना |
पणती = दिवली, दिवलाणी |
पती = नवरा |
पत्नी = बायको , अम्बुला , अस्तुरी , अर्धागी , भार्या , कांता , दारा , जाया , सहधर्मचारिणी |
पत्र = टपाल |
पथारी = अंथरूण, बिछाना, शेज, शय्या |
पद = पाय, पाऊल, चरण, पाद |
पदवी = बिरूद, किताब, कीर्ती |
पद्धत = चाल, रीत, आचार, रिवाज, प्रघात |
पर = पीस,परका |
परंतु = पण, किंतु, शिवाय, लेकीन, लेकिन |
परका = अपरिचित, अनोळखी |
परमार्थ = ब्रह्म, मोक्ष, ब्रह्मज्ञान |
परवानगी = संमती, मान्यता |
पराक्रम = शौर्य, प्रताप, विक्रम, बहादूरी |
पराणी = आर, टोचणी |
परार्थ = दुसऱ्यासाठी |
परितोषिक = बक्षीस, इनाम |
परिमल = सुवास, सुगंध |
परिश्रम = कष्ट , मेहनत |
परीक्षा = कसोटी |
पर्वा = चिंता , काळजी |
पल्लव = पालवि,कोवळे पान |
पशु = प्राणी, जनावर |
पहाट = उषा |
पाऊल = पाय , चरण |
पाऊलवाट = पायवाट |
पाखरू = पक्षी |
पात्र = लायक, योग्य, भांडे, ताट |
पान = पत्र, पत्ता, पर्ण |
पाय = पद, चरण, पाद |
पारंगत = निपुण |
पावन = पवित्र, निर्मळ, शुद्ध, |
पियुष = अमृत |
पिशवी = थैली |
पीत = पिवळा |
पुंजा = पूजन |
पुढारी = नेता, नायक, अग्रणी |
पुतळा = प्रतिमा , बाहुले |
पुरातन = प्राचीन |
पुरुष = नर, मर्द |
पुरूष = नर, मनुष्य, मर्द |
पुष्प = फूल, कुसूम, सुमन, सुम |
पुस्तक = ग्रंथ |
पूजा = पूजन |
पेय = पाणी, दूध |
प्रकाश = उजेड |
प्रघात = चाल, पद्धत, रीत, रिवाज |
प्रचंड = विशाल, अजस्त्र, अवाढव्य, विस्तृत, महान |
प्रचीती = अनुभव, पडताळा, प्रत्यय, यात्री |
प्रजा = लोक |
प्रत = नक्कल |
प्रताप = पराक्रम, शौर्य |
प्रतीक = चिन्ह |
प्रदेश = प्रांत |
प्रपंच = संसार |
प्रबंध = व्यवस्था |
प्रबळ = बलवान, बलशाली, सामर्थ्यवान, शक्तीशाली, समर्थ |
प्रवास = यात्रा |
प्रवासी = वाटसरू , पांथस्थ , मार्गिक |
प्रवीण = निपुण, कुशल, हुशार, पटू, तरबेज, निषणात |
प्रशंसा = कौतुक |
प्रसाद = वाडा |
प्रसिद्ध = प्रख्यात, नामांकित, ख्यातनाम, विख्यात |
प्राची = पूर्व दिशा |
प्राचीन = पुरातन, पूर्वीचा |
प्राण = जीव |
प्रात : काळ = सकाळ, उषा, पहाट |
प्रातः काळ = सकाळ, उषा |
प्रामाणिकपणा = इमानदारी |
प्रारंभ = सुरुवात , आरंभ |
प्रारब्ध = देव, नशीब |
प्रार्थना = स्तवन |
प्रासाद = वाडा, मंदीर |
प्रेम = प्रीती , माया , जिव्हाळा |
प्रोत्साहन = उत्तेजन |
फजीत = लज्जित, विरमलेले, ओशाळलेले |
फट = भेग, चीर, तडा |
फडतूस = टाकाऊ, गचाळ, क्षुद्र |
फणकार = सपाटा, आघात, प्रहार, तडाखा |
फत्ते = जय, सरशी, यश, यशस्वी |
फरक = अंतर, भेद, तफावत, भिन्नता |
फर्मान = हुकूम, आज्ञापत्र, राजपत्र, सनद |
फलक = फळा |
फांदी = शाखा |
फायदा = नफा, लाभ, किफायत |
फिदा = रवूष, प्रसन्न, संतुष्ट |
फुकट = निरर्थक, व्यर्थ, फुका, मोफत |
फुल = पुष्प, सुमन |
फुलोरा = बहर, मोहोर |
फुशारकी = बढाई, शेरसी, आत्मस्तुती |
फूल = पुष्प, सुमन, कुसुम |
फैसला = निकाल, निर्णय, निवाडा |
फोड = गळू, उठाणू, बेड |
फोल = निरर्थक, व्यर्थ, रिकामे, पोकळ, निष्फळ |
बंड = अराजक, गोंधळ, दंगा, गडबड |
बंदी = मज्जाव, मनाई, प्रतिबंध, आडकाठी |
बंदोबस्त = व्यवस्था, तजवीज, प्रबंध |
बंधन = निर्बंध, मर्यादा |
बंधु = भाऊ, भ्राता |
बंधू = भाऊ, भ्राता |
बक = बगळा |
बक्षीस = पारितोषिक , पुरस्कार |
बखर = बातमी, हकीकत, इतिहास, चरित्र |
बजरंग = हनुमान, पवनपुत्र, मारुती |
बटीक = मोलकरीण, दासी, कुणबीण |
बडगा = सोहा, सोडगा, दंडुका |
बदल = फेरफार , कलाटणी |
बरकत = भरभराट |
बरखास्त = समाप्त, विसर्जित, संपणे |
बरदास्त = आदरसत्कार, पाहुणचार, निगा |
बरोबर = सम, सारखा, समान, योग्य |
बर्फ = हिम |
बळ = शक्ती, जोर, सामर्थ्य, ताकद |
बहर = हंगाम, सुगी |
बहाणा = सोंग, ढोंग, मिष |
बहादूर = वीर, शूर, धाडसी, धीट |
बहीण = भगिनी |
बांधेसूद = रेखीव, सुडौल |
बाग = बगीचा , उद्यान , वाटिका |
बाण = तीर, शर, सायक |
बातमी = वार्ता, संदेश, वृत्तांत, मजकूर, हकीकत, वृत्त |
बादशाहा = सम्राट |
बाप = पिता, जनक, जन्मदाता, वडील, तात |
बारीक = बारका, सूक्ष्म, लहान |
बालक = बाल, अर्भक, मूल |
बाळ = बालक |
बासरी = पावा |
बिकट = कठीण, अवघड |
बिगर = वाचून, खेरीज, शिवाय |
बुटका = गिड्डा, आरवूड, डेंगू, ठेंगणा, रसुजा |
बुद्धी = मती |
बेडूक = मंडुक, दरदुर |
बेढब = बेडौल |
बेढव = बेडौल |
बेत = योजना |
बैल = वृषभ, पोळ, खोड |
ब्रम्हदेव = ब्रम्हा, चतुरानन, कमलसन, विरंची, विधी, प्रजापति |
ब्रह्म = सत्तत्व, जगत्कारण, परब्रह्म |
ब्रह्मदेव = ब्रह्म, चतुरानन, कमलासन, प्रजापती, विरंची, विधी |
ब्राम्हण = द्विज, विप्र |
ब्राह्मण = विप्र, विज |
ब्रीद = बाणा |
भक्कम = मजबूत, बळकट, टिकाऊ |
भगिनी = बहीण |
भरभराट = उत्कर्ष, प्रगती, चलती, विकास |
भरवसा = विश्वास |
भराभर = पटापट, झरझर, जलद, शीघ्र |
भरारी = झेप , उड्डाण |
भव्य = टोलेजंग |
भस्म = राव, रक्षा, विभूती |
भाऊ = बंधू , सहोदर , भ्राता |
भाऊबंद = नातेवाईक, आप्त, सगेसोयरे |
भाट = स्तुतिपाठक |
भान = शुद्ध, जागृती |
भार = ओझे |
भारती = भाषा , वैखरी |
भाळ = कपाळ |
भीती = घबराट, धास्ती, भय |
भु = जमीन, धरा, भूमी, धरणी, धरित्री |
भू = जमीन, धरा, भूमी |
भूजंग = सर्प |
भेकड = भित्रा, भ्याड |
भेद = फरक, अंतर, विभागणे, विभक्त |
भेदभाव = फरक |
भेसळ = मिलावट |
भोंग = खोपटे , झोपडी |
भोजन = जेवण |
मंगल = पवित्र |
मंगळ = पवित्र |
मंजूर = कबूल, संमत, मान्य, पसंत |
मंडपामां = मंडपामध्ये |
मंदपणा = मंडपाच्या |
मंदिर = देऊळ |
मकरंद = मध |
मगर = सुसर, नक्र |
मच्छ = मासा, मत्स्य, मीन |
मजा = मौज, गंमत, करमणूक |
मजूर = कामगार |
मज्जाव = निर्बंध |
मत्सर = द्वेष, असूया |
मदत = साहाय्य |
मनसुबा = बेत, विचार |
मनोरथ = मनातील इच्छा |
ममता = माया , जिव्हाळा , वात्सल्य |
मयुर = मोर |
मयूर = मोर |
मलूल = निस्तेज |
मस्तक = डोके , शीर , माथा |
महती = महत्तव, थोरपणा, मोठेपणा |
महा = महान, मोठा |
महिना = मास |
महिमा = थोरवी, मोठेपणा, महात्म्य |
महिला = स्त्री , बाई , ललना |
माकड = वानर, मर्कट, कपि, शाखामृग |
माणूस = मनुष्य, मनुज, मानव |
मान = गळा |
मानव = मनुष्य, माणूस, नर |
मानवता = माणुसकी |
मान्य = मंजूर, कबुल, संमत |
माया = दया, कृपा, मायाळू, करूणा |
मार्ग = रस्ता , वाट |
मासा = मिन, मत्स्य |
मिष्टान्न = गोडधोड |
मुख = तोंड , चेहरा |
मुद्रा = चेहरा , मुख , तोंड , वदन |
मुनी = ऋषी, साधू |
मुलगा = पुत्र, सुत, तनय, तनुज, आत्मज, नंदन |
मुलगी = कन्या, तनया, दुहिता, नंदिनी, आत्मजा |
मुलामा = लेप |
मुलुख = प्रदेश , प्रांत , परगणा |
मूषक = उंदीर |
मेंदू = मगज, बुद्धी, अक्कल |
मेरू = ऐका पर्वताचे नाव |
मेळ = संयोग, संगम, मीलन, मिलाफ |
मेष = मेंढा |
मेहनत = कष्ट , श्रम , परिश्रम |
मैत्री = दोस्ती |
मोर = मयुर |
मोरणी = लांडोर |
मोसम = हंगाम, ऋतु, समय |
मोहाची फुले = मोवा |
मोहिनी = भुरळ |
मौज = मजा , गंमत |
म्होरक्या = पुढारी , नेता |
यज्ञ = मख, याग, होम |
यती = सन्यासी |
यत्न = प्रयत्न, खटपट, उद्योग, परिश्रम |
यश = जय, विजय, सुदैव |
यहसान = कृपा, उपकार |
याचक = भिकारी |
यातना = कष्ट, हाल, अपेष्टा |
यातायात = त्रास |
याद = स्मरण, आठवण, स्मरणार्थ |
यान = अंतराळवाहन |
युक्ती = विचार , शक्कल |
युती = संयोग |
युवती = तरुणी |
येतवरी = येईपर्यंत |
योग = संधी |
योग्य = लायक, रास्त, अनुरूप, उचित |
योद्धा = लढवय्या |
योध = वीर, लढवय्या, योद्धा |
रंक = गरीब |
रक्त = रुधिर |
रक्षण = बचाव, संरक्षण |
रक्त = रुधिर |
रजक = धोबी, परीट |
रजा = परवानगी, अनुमती, सम्मती |
रणांगण = रणभूमी , समरांगण |
रथी = योद्धा |
रम्य = सुंदर, सुरेख, रमणीय, मनोहर |
रस्ता = मार्ग, पथ, वाट, पंथ |
रांग = ओळ |
राक्षस = असुर, दैत्य, दानव |
राग = क्रोध, त्वेष, कोप, संताप, रोष, क्षोभ |
रागीट = संतापी, कोपिष्ट, क्रोधी, तमासी |
रान = वन |
राष्ट्र = देश |
रिता = रिकामा |
रीण = कर्ज, ऋण |
रुक्ष = कोरडे, निरस |
रुबाब = ऐट , तोरा |
रूप = सौंदर्य |
रेखीव = सुंदर , सुबक |
रोष = राग |
रौनक = सौंदर्य, शोभा |
र्हायणं = राहिले |
र्हास = हानी |
ऱ्हास = हानी |
लक्ष्मी = श्री, रमा, कमला, इंदिरा, पद्मा, वैष्णवी |
लग्न = विवाह , परिणय |
लघुता = लहान, कमीपणा |
लघू = हलका, लहान, हस्व, क्षुल्लक, क्षुद्र |
लज्जत = रूची, स्वाद, गोडी, खुमारी |
लढा = लढाई, संघर्ष |
लता = वेल, वल्लरी, लतिका, वेली |
लवण = मीठ, क्षार, रवार, खारट |
लांब = दूर |
लाचार = अगतिक, दीन, निरूपाय |
लाज = शरम |
लाट = लहर |
लाडका = आवडता |
लालसा = इच्छा |
लावण्य = सौंदर्य |
लावन्य = सौंदर्य |
लोकोत्तर = श्रेष्ठ |
लोटके = मडके |
लोभ = हाव |
लोह = लोखंड |
वंचना = फसवणूक |
वंदन = नमस्कार, प्रणाम, नमन |
वकील = प्रतिनिधी, मुखत्यार |
वखार = कोठार, गोदाम |
वचक = धाक, दरारा |
वडील = पिता |
वत्स = वासरू, बालक |
वत्स्य = वासरु, बालक |
वद्रा = वर |
वय = उमर, वर्ष, साल |
वर = नवरा, पती |
वरचा = वद्राचा |
वर्दी = निरोप, बातमी, (लष्करी), पोषाख |
वर्षा = पाऊस, पावसाळा |
वल्लरी = वेल, लता |
वस्त्र = कपडा |
वाघ = व्याघ्र, शार्दुल |
वाट = मार्ग , रस्ता |
वाणी = भाषा,बोल |
वातावरण = रागरंग |
वाद्य = वाजप |
वानगी = उदाहरन, दाखला |
वानर = मर्कट, कपी, शाखामृग |
वापिका = विहीर |
वायदा = करार |
वाली = रक्षण करनारा |
वाळू = रेती, रज, कंकर |
वाशीम = संशय |
वास = गंध, सुगंध, परिमल, परिमळ, सुवास |
वासना = इच्छा |
वास्तपुस्त = चौकशी, विचारणा, विचारपूस |
वास्तव = खरे, प्रत्यक्ष, यथार्थ, सत्य |
विकल्प = भेद, संशय, भ्रम |
विघ्न = संकट, अडचण, प्रतिबंध, आपत्ती |
विजोड = विसंगत, विशोभित, बेडौल |
विडंबन = उपहास, फजिती, टवाळी |
वितरण = वाटप , वाटणी |
विद्या = ज्ञान |
विद्रुप = कुरूप |
विद्रूप = कुरूप |
विध्वंस = नाश, मोडतोड, संहार, नष्ट |
विनंती = प्रार्थना, विनवणी, आर्जव |
विनय = नम्रता |
विपुल = पुष्कळ, सूप, भरपूर |
विमल = निष्कलंक, निर्मळ |
विरोध = प्रतिकार , विसंगती |
विलंब = उशीर |
विलग = वेगळे, सुटे, अलग |
विवंचना = काळजी, चिंता |
विवेक = सारासार विचार |
विशाल = मोठे, प्रचंड, विस्तृत |
विश्रांती = विसावा , आराम |
विश्राम = विश्रांती |
विश्व = जग , दुनिया |
विश्वास = भरवसा, खात्री, इमान |
विषण = खिन्न, कष्टी |
विषण्ण = खिन्न, कष्टी |
विषाद = खेद |
विष्णू = श्रीपती, केशव, अच्युत, नारायण, रमापती, रमेश, माधव, पद्मनाभ, पीतांबर |
विसावा = विश्रांती , आराम |
विस्तीर्ण = विशाल, विस्तृत, अफाट |
विस्तृत = विशाल, विस्तीर्ण |
विस्मय = आश्चर्य, नवल |
विहार = क्रीडा, सहल, भ्रमण |
वृत्ती = स्वभाव |
वृद्ध = म्हातारा |
वृद्धत्व = म्हातारपण, वार्धक्य |
वेग = गती |
वेडा = खुळा, मूर्ख |
वेदना = यातना |
वेळू = बांबू |
वेश = पोशाख |
वेष = पोशाख |
वैध = कायदेशीर |
वैभव = ऐश्वर्य, श्रीमंती, थाटमाट |
वैराण = ओसाड , भकास , उजाड |
वैरी = शत्रू , दुष्मन |
वैषम्य = विषाद |
व्यथा = दु:ख |
व्यय = खर्च |
व्यवसाय = धंदा |
व्यवस्था = तयारी, योजना, प्रबंध, तजवीज |
व्याकुळ = दुःखी, कासाविस |
व्याख्यान = भाषण |
व्याधी = रोग, आजार, संकट, आपत्ती, पीडा |
व्रण = खूण, |
शंकर = चंद्रचूड |
शक = शंका, संशय, संदेह |
शक्ती = जोर |
शक्ती = सामर्थ्य, जोर, बळ |
शत = शंभर |
शत्रू = अरि, रिपू, दुश्मन, वैरी |
शर = बाण |
शरम = लाज, लज्जा |
शर्यत = स्पर्धा , होड , चुरस |
शव = प्रेत |
शस्त्र = हत्यार, आयुध |
शहर = नगर |
शहिद = हुतात्मा |
शागीर्द = शिष्य, विद्यार्थी, चेला, अनुयायी |
शाळुंका = शिविलिंग |
शाळुका = शिविलिंग |
शासन = सरकार, राज्यकारभार, राज्यसंस्था |
शास्त्रज्ञ = वैज्ञानिक |
शाहिद = हुतात्मा |
शिकस्त = पराकाष्टा |
शिकारी = पारधी |
शिक्षक = गुरुजी, गुरु, मास्तर |
शिक्षा = दंड , शासन |
शिवार = शेत , वावर |
शीघ्र = जलद |
शीण = थकवा |
शीत = थंड |
शीतल = थंड , गार |
शीपा = थकवा |
शील = चारित्र्य |
शेज = बिछाना, अंथरूण |
शेतकरी = कृष, कृषीक, कृषीवल, किसान |
शेष = अनंत, वासुकी |
शेसी = प्रौढी, बढाई, फुशारकी, ऐट |
श्रद्धा = निष्ठा, आदर, विश्वास |
श्रम = कष्ट , मेहनत |
श्रांत = दमलेला, थकलेला, कंटाळलेला, कष्टी |
श्रेष्ठ = उत्तम, उत्कृष्ट |
श्लोक = पद्य, कविता |
श्वापद = जनावर |
संकट = आपत्ती |
संकल्प = बेत |
संगत = साथ, सोबत, सहवास |
संग्रह = साठा, निधी, संचय |
संग्राम = युद्ध |
संघ = गट |
संघर्ष = कलह, झगडा, टक्कर, भांडण |
संत = सज्जन , साधू |
संदेश = निरोप |
संधी = मोका |
संध्याकाळ = सायंकाळ , सांज |
संपत्ती = धन , दौलत , संपदा |
संपर्क = संबंध, सहवास, संसर्ग |
संमती = अनुमती, मान्यता, सहमत, होकार, रूकार |
संशय = शंका |
संशोधक = शास्त्रज्ञ |
संसर्ग = संपर्क , संबंध, सहवास |
संहार = नाश, विध्वंस, विनाश, सर्वनाश |
सकल = समस्त, सर्व, अखिल |
सकाळ = प्रभात |
सचोटी = खरेपणा |
सजा = शिक्षा |
सज्जन = संत |
सतत = नेहमी, सदा, सर्वदा, निरंतर, अविश्रांत |
सत्कार = मान सन्मान, मानमरातब, आदरसत्कार |
सदाचार = चांगले आचरण |
सन्मान = आदर |
सफर = प्रवास, यात्रा |
सफाई = स्वच्छता |
समय = वेळ |
समस्त = सकल, सर्व, संपूर्ण, सगळे |
समाधान = आनंद, संतोष |
समीप = जवळ, निकट, नजीक |
सरदार = उमराव, मानकरी, खवास |
सराई = हंगाम, सुगी |
सवलत = सूट |
सशक्त = बलवान, नलिष्ठ |
सहयाद्री = सह्यपर्वत, सह्याचल, सह्यगिरी, सह्य |
सहार = नाश, विनाश, सर्वनाश |
सह्याद्री = सह्यपर्वत, सह्याचल, सह्यागिरी |
सांगत = म्हणत |
साकर्य = सुलभता, सुकरपणा, सुकरता |
सागर = समुद्र , सिंधू , रत्नाकर , जलधी , दर्या , अर्णव |
साच = खरा, खरोखर, खराखुरा |
साथ = सोबत, संगत |
साथी = सोबती , मित्र , दोस्त , सखा |
साधू = संन्यासी |
साप = सर्प, उरग |
सामर्थ्य = शक्ती , बळ |
सामील = समाविष्ट, अंतर्भूत, प्रविष्ट |
साम्य = सारखेपणा |
सायंकाळ = संध्याकाळ |
सावध = जागरूक, दक्ष, सावधान |
सावली = छाया |
साहस = धाडस, धारिष्ट |
साहित्य = लिखाण |
सिंधू = समय |
सिद्ध = तयार |
सिनेमा = चित्रपट , बोलपट |
सीग = शीग |
सीता = जानकी, वैदेही |
सीमा = मर्यादा, हद्द |
सुकाळ = विपुलता |
सुगंध = सुवास , परिमळ , दरवळ |
सुगम = सुलभ, सोपा |
सुचिन्ह = चांगले चिन्ह |
सुरुवात = आदी, आरंभ, प्रारंभ |
सुरेख = सुंदर, रम्य, मनोहर, रमणीय, ललित |
सुरेल = गोड |
सुर्य = दिनकर, प्रभाकर, रवी, भास्कर, आदित्य |
सुलक्षण = चांगले लक्षण |
सुवास = सुगंध , परिमल , दरवळ |
सुवासिनी = सौभाग्यवती, सवाष्ण, सुहाशीण |
सुविद्य = चांगला शिकलेला |
सुविधा = सोय |
सूत = धागा , दोरा |
सूर = श्रवनिय आवाज |
सूर्य = रवि, भास्कर, मित्र, भानू, दिनकर, आदित्य, सविता, अर्क, दिनमणी |
सेनापती = सेनानी, सेनानायक |
सेवक = दास, नोकर |
सेवा = चाकरी, नोकरी |
सैनिक = शिपाई, जवान |
सैन्य = दल, फौज |
सोबत = संगत, मैत्री |
सोबती = सवंगडी, मित्र, स्नेही |
सोमट = कोमट, कोंबट |
सोहळा = समारंभ |
सौख्य = सुरव, समाधान |
सौदा = व्यापार, व्यवहार, देवघेव |
स्तुती = प्रशंसा |
स्त्री = अबला, महिला, ललना, वनीता, नारी, अंगना, कामिनी |
स्थान = ठिकाण , वास , ठाव |
स्नान = आंधोळ, न्हाण, नहाण |
स्नेह = मैत्री, मित्रत्व, प्रेम |
स्पर्धा = चुरस , शर्यत , होड , पैज |
स्फूर्ती = प्रेरणा |
स्वच्छ = निर्मळ, साफ स्तुती |
स्वच्छता = झाडलोट |
स्वागत = आदरसत्कार, आदरातिथ्य |
स्वामी = मालक |
स्वेच्छा = स्वतः ची इच्छा |
स्वेत = पूल, सेतू, सांकव |
स्वेद = घाम |
हक = अधिकार, मालकी, वारसा |
हकिकत = गोष्ट , कहाणी , कथा |
हताश = निराश |
हत्या = वध, खून, हिंसा |
हद्द = सीमा , शीव |
हयगय = हेळसांड, दुर्लक्ष, ढिलाई, दिरंगाई |
हरळी = आरोळी, हाक, हाळी |
हरिण = मृग, सारंग, कुरंग, काळवीट |
हरित = हिरवे |
हरीण = मृग, कुरंग, सारंग |
हर्दमच्यावानी = नेहमीप्रमाणे |
हर्ष = आनंद, मोद, आमोद, उल्हास |
हल्ला = चढाई |
हळू = मंद |
हळू चालणे = मंदगती |
हळ्यास = हाव, तीव्र इच्छा |
हाक = साद |
हाट = बाजार |
हारीच = एकत्र |
हिंमत = धैर्य |
हिकमत = युक्ती, चातुर्य, मसलत, कावा |
हित = कल्याण |
हिम = बर्फ |
हिम्मत = धैर्य |
हुकूमत = अधिकार |
हुबेहूब = तंतोतंत |
हुभा = उभा |
हुरहुर = रूखरूख, चिंता, काळजी, चुटपुट |
हुरुप = उत्साह, हुशारी, जोम |
हुरूप = उत्साह |
हुशार = चतुर |
हृदय = अंतर, अंतःकरण, मन |
हेका = हट्ट , आग्रह |
हेळसांड = सुस्ती, दिरंगाई, अळंटलं |
हैबन = दहशत, दरारा, धास्ती |
होडी = नाव, जहाज, नौका |
ह्दय = अंतःकरण, अंतर |
ॠण = कर्ज |
ॠतू = मोसम |
अनल = अग्नी, विस्तव: पावक, वन्ही |
अभिनय = हावभाव, अंगविक्षेप |
अभिनेता = नट |
अभियान = मोहीम |
अमित = असंख्य, अगणित, अपार |
अमृत = सुधा, पीयूष, अपार |
अरण्य = रान, कानन, वन, विपीन |
अर्जुन = पार्थ, धनंजय, फाल्गुन |
अश्व = घोडा, हय, तुरग, वारू, वाजी |
अही = सर्प, साप, भुजंग, व्याल |
आई = माता, जननी, माय, जन्मदा |
घर = सदन, भवन, गृह, गेह, आलंय |
घास = कवळ, ग्रास, |
चंद्र = इंदु, शशी, विधू, सोम, हिमांशू |
गर्व = अहंकार, ताण |
गणपती = गजानन, लंबोदर |
गौरव = अभिनंदन, सन्मान |
चांदणे = चंद्रिका, कौमुदी, ज्योत्स्ना |
जमीन = भु, भूमी, भुई, धरा |
जरब = दरारा, दहशत, वचक, धाक |
झाड = वृक्ष, तरु, पादक, दृम, रुख |
डोके = शीर, मस्तक, मुर्धा, शीर्ष |
डोळा = नयन, लोचन, नेत्र, अक्ष |
डौल = दिमाख, ऐट, रुबाब |
ढग = जलद, अंबुद, पयोधर, पयोद |
ढेकूण = मुतकून, खटमल |
तलवार = खडग, समशेर |
तलाव = तटाक, तडाग, कासार |
तोंड = वदन, आणण, मुख, तुंड |
दिवस = वार, वासर, दिन, अह |
देऊळ = मंदिर, राऊळ, देवालय |
देव = सूर, ईश्वर, अमर, ईश |
देह = शरीर, तनु, तन, काया |
नवरा = पती, वल्लभ |
आकाश = गगन, अंबर, व्योम, नभ, तारांगण, अंतरिक्ष, ख, अंतराळ, आभाळ |
आठवण = स्मरण, स्मृती |
आनंद = मोद, तोष, प्रमोद, हर्ष, संतोष |
आवाहन = विनंती |
आश्चर्य = नवल, विस्मय, अचंबा |
आहार = भोजन, खाद्य |
इंद्र = देवेंद्र, नाकेश, शक्र, सुरेंद्र, पुरंदर, वज्रपाणी, वासव, सहस्रक्ष |
उदरनिर्वाह = चरितार्थ |
ऋषी = मुनी, साधू |
कपाळ = निढळ, भाल, ललाट, निटील |
कमळ = अंबुज, पंकज, नीरज, राजीव, नलिनी, अब्ज, सरोज |
कावळा = वायस, एकाक्ष, काक |
काळजी = चिंता, फिकीर, विवंचना |
काळोख = अंधार, तिमिर, तम |
किरण = कर, अंशु, रश्मी |
गणपती = गजानन, वक्रतुंड, लंबोदर, गजमुख, विघनहर्ता, विनायक, विकट, हेरंब, गणेश, विग्नेश, गौरीनंदन, गौरीसुत, गौरीनंदन, गौरीसुत, व्यंकटेश |
गरज = जरुरी, आवश्यकता, निकड |
गर्व = अहंकार, ताठा |
गौरव = अभिनंदन, सन्मान |
दूध = दुग्ध, पय, क्षीर |
देऊळ = मंदिर, राऊळ, देवालय |
देव = सूर, ईश्वर, अमर, निर्जर, परमेश्वर, ईश |
देह = शरीर, तनु, तन, काया, वपु |
दैत्य = राक्षस, दानव, असुर |
धन = संपत्ती, द्रव्य, संपदा, दौलत |
धनुष्य = चाप, कोदंड, कमठा, धनु, कारमुक |
नदी = सरिता, टटीनी, तरंगिनी |
नमस्कार = वंदन, नमन, प्रणिपात, अभिवादन |
नवरा = पती, वल्लभ, भ्रतार, धव, कांत |
नोकर = चाकर, सेवक, दास |
पत्नी = भार्या, बायको, कलत्र, अर्धांगी, कांता, दारा, जाया |
पराक्रम = शौर्य, प्रताप, विक्रम, बहादूरी |
पर्वत = अचल, नग, अद्री, शैल, गिरी |
पक्षी = खग, विहग, विहंग, अंडज, द्विज, पाखरू |
पाणी = जल, अंबु, पय, निर, तोय, उदक, जीवन, सलील, वारी |
पान = पल्लव, पर्ण, पत्र |
पाय = पद, पाद, चरण |
पुढारी = नेता, नायक, अग्रणी |
पुरुष = नर, मर्द |
पृथ्वी = धरती, धरणी, वसुंधरा, धरित्री, भु, भूमी, धरा, मही, क्षमा, रसा |
पोपट = शुक्र, राघू, रावा |
प्रघात = चाल, पद्धत, रीत, रिवाज |
प्रवीण = निपुण, कुशल, हुशार, पटू, तरबेज, निषणात |
प्रसिद्ध = प्रख्यात, नामांकित, ख्यातनाम, विख्यात |
प्रासाद = वाडा, मंदीर |
प्रेम = प्रीती, लोभ, अनुराग |
फुल = पुष्प, सुमन, कुसुम, सुम |
बळ = शक्ती, जोर, सामर्थ्य, ताकद |
बाग = बगीचा, उद्यान, उपवन |
बाण = शर, तिर, सायक |
बाप = पिता, वडील, तात, जनक, जन्मदाता |
बिकट = कठीण, अवघड |
ब्रम्हदेव = ब्रम्हा, चतुरानन, कमलसन, विरंची, विधी, प्रजापति |
ब्राम्हण = द्विज, विप्र |
बेडूक = मंडुक, दरदुर |
भरभराट = उत्कर्ष, प्रगती, समृद्धी |
भाऊ = भ्राता, बंधू, सहोदर |
भांडण = तंटा, कलह, झगडा, कज्जा |
भुंगा = भ्रमर, अली, मधूप, मिलिंद, मधुकर, भृंग |
महा = महान, मोठा |
माणूस = मनुष्य, मनुज, मानव |
मासा = मिन, मत्स्य |
मित्र = स्नेही, सखा, दोस्त, सोबती, सवंगडी |
मुनी = ऋषी, साधू |
मुलगा = सूत, तनय, आत्मज, तनुज, पुत्र, नंदन |
मुलगी = सुता, तनया, तनुजा, कन्या, आत्मजा, दुहीता, नंदिनी |
यज्ञ = मख, याग, होम |
युद्ध = लढाई, संगर, झुंज, संग्राम, समर, रण |
रस्ता = मार्ग, पथ, वाट, पंथ |
राग = संताप, क्रोध, त्वेष, रोष, कोप |
राजा = भूपती, भूप, नृप, नरेश, नरेंद्र, भूपाल, नृपती, राय, लोकपाल, भूमिपाल, पृथ्वी, पती, प्रजापति, भुपेंद्र |
रात्र = रजनी, यामिनी, निशा |
लघुता = लहान, कमीपणा |
लक्ष्मी = श्री, रमा, कमला, इंदिरा, पद्मा, वैष्णवी |
वल्लरी = वेल, लता |
वस्त्र = वसना, अंबर, पट |
वाघ = व्याघ्र, शार्दूल |
वानर = मर्कट, कपी, शाखामृग |
वानगी = उदाहरन, दाखला |
वारा = भवन, अनिल, मारुत, समीर, वायू, वात, समीकरण |
विहार = क्रीडा, सहल, भ्रमण |
विष्णू = श्रीपती, रमापती, रमेश, चक्रापानी, अच्युत, केशव, नारायण, माधव, गोविंदा, मधुसूदन, त्रिविक्रम, पुरोषोत्तम, वासुदेव, ऋषिकेश, पदमनाभ, पितांबर, शेषशायी |
वीज = चपला, तडीत, बिजली, विद्युत, सौदामिनी, विद्युलता |
वेदना = यातना, कळ, दुःख, व्यथा, शूळ |
शंकर = महेश, त्र्यंबक, रुद्र, भालचंद्र, चंद्रशेखर, पार्वतीश, महादेव, सदाशिव, कैलासनाथ, महेश्वर, नीलकंठ, शिव, सांब, दिगंबर, त्रिनेत्र |
शक्ती = ताकद, जोम, जोर, सामर्थ्य |
शेष = अनंत, वासुकी |
शेतकरी = कृषक, कृषिवल |
सकल = समस्त, सर्व, अखिल, निखिल, सगळा |
समुद्र = सागर, उद्दी, सिंधू, अर्णव, अंबुध्दी, पयोधी, जलधी, वारीराशी, रत्नाकर |
साप = सर्प, उरग |
संघर्ष = कलह, झगडा, टक्कर, भांडण |
संसर्ग = संपर्क , संबंध, सहवास |
संहार = नाश, विध्वंस, विनाश, सर्वनाश |
सह्याद्री = सह्यपर्वत, सह्याचल, सह्यागिरी |
सिंह = केसरी, पंचानन, मृगेंद्र, मृगराज, वनराज |
सीमा = मर्यादा, हद्द |
स्त्री = अबला, महिला, ललना, वनीता, नारी, अंगना, कामिनी |
सुंदर = सुरेख, रम्य, रमणीय, ललित, मनोहर, अभिराम |
सुरुवात = आदी, आरंभ, प्रारंभ |
सूर्य = रवी, भास्कर, मित्र, आदित्य, सविता, अर्क, भानू, चंडांशु, दिनकर, दिनमनी, प्रभाकर, दिवाकर, सहस्त्रकर, सहस्त्ररश्मी, मार्तंड, वासरमनी |
सेनापती = सेनानी, सेनानायक |
सोने = सुवर्ण, कनक, कांचन, हिरण्य, हेम |
हत्ती = गज, कुंजर, वारण, नाग |
हरीण = मृग, कुरंग, सारंग |
हात = हस्त, कर, पाणी, भुज, बाहू |
ह्दय = अंतःकरण, अंतर |
होडी = नाव, नौका, तर |
क्षेम = कल्याण, हित, कुशल |
ज्ञाता = सुज्ञ, शहाणा, जाणणारा, तज्ज्ञ, ज |
सूर्य = रवी, भास्कर, भानू, आदित्य, दिनकर, दिनमनी, सविता, वासरमनी, मार्तंड, मित्र |
संग्राम = युद्ध, समर, संगर, लढाई |
संशय = शंका |
सिंह = वनराज, केसरी, मृगेंद्र |
स्त्री = महिला, वनिता, ललना, कामिनी |
हताश = निराश |
हरीण = मृग, सारंग, कुरंग |
हत्ती = गज, कुंजर |
हात = कर, हस्त, पाणी, भुजा, बाहू |
हिम = बर्फ |
हिंमत = धैर्य, धाडस |
हुशार = चतुर, चाणाक्ष |
होडी = नाव, नौका, तर |
क्षत = जखम, व्रण, इजा |
क्षमा = माफी |
क्षय = झीज, ऱ्हास |
क्षीण = अशक्त |
क्षीर = दूध |
क्षुधा = भूक |
क्षेम = कल्याण, हित, कुशल |
क्षोभ = क्रोध |
अगत्य = आस्था |
अग्रज = आधी जन्मलेला |
अग्रपूजा = पहिली पूजा |
अग्र = टोक |
अकल्पित = एकाएकी घडणारे |
आकालीन = अयोग्य वेळचे |
अखंडित = सतत चालणारे |
अगम्य = न समजू शकणारे |
अंडज = पक्षी |
अधर = ओठ, ओष्ट |
अध्ययन = शिकणे |
अध्यापन = शिकवणे |
अंतिम = शेवटचे |
अनुग्रह = कृपा |
अनुज = नंतर जन्मलेला |
अनरुत = खोटे |
अतिथी = पाहुणा |
अभ्युदय = भरभराट |
अवतरण = खाली येणे |
अधनय्य = अजाण |
अस्थीपंजर = हाडांचा सापळा |
अहंकार = गर्व |
अहर्निश = रात्रंदिवस |
अक्षय = नाश न पावणारे |
आगमन = येणे |
आगामी = येणारे |
आयुध = शस्त्र |
आराधना = प्रार्थना |
आरोहण = वर चढणे |
आला = निरबंध |
इडपीडा = सर्व प्रकारचा त्रास |
इतराजी = गैरमर्जी |
इशारा = सूचना |
इष्ट = इच्छित |
उत्सव = समारंभ |
उद्यम = उद्योग |
उपजत = जन्मापासून |
उपद्व्याप =नखटाटोप |
उद्युक्त = तयार |
उपासक=भक्ती करणारा |
उपासना = भक्ती |
उपांत्य = शेवटच्याच्या आधीचा |
उपेक्षा = दुर्लक्ष |
उबग = वीट |
उसंत = विश्रांती |
एकाग्रता = एकातानता |
एकमेव = एकच एक |
एतद्देशीय = या देशाचा |
ओज = तेजस्वीपणा |
ओनामा = सुरूवात |
ओतप्रोत = सर्व बाजूंनी पूर्ण |
औपचारिक = शिष्टाचार म्हणून केलेले कार्य |
कटी = कंबर |
कटु = कडू |
कणव = दया |
कर्मठ = अतिशय धर्मशील |
कलंक = डाग |
कल्पतरू = इच्छित गोष्ट देणारा वृक्ष |
कावडीचुंबक = अतिशय कंजूस |
कशिदा = भरतकाम |
कसब = कौशल्य |
कवळ = घास |
काक = कावळा |
कामधेनू = इच्छित वस्तू देणारी गाय |
कामना = इच्छा |
कारा = तुरंत |
काष्ठ = लाकूड |
किंकर = दास |
किमया = जादू |
कुकर्म = वाईट काम |
कुटीर,कुटी = झोपडी |
कुरबुर = कुरकुर |
कुशल = पटाईत, क्षेम |
कुमक = मदत |
कुठार = कुऱ्हाड |
कूजन = पक्षाचे गाणे |
कूर्म = कासव |
कंनडुक = चेंडू |
खडग = तलवार |
गवाक्ष = खिडकी |
गहन = कळण्यास कठीण |
गूढ = गुप्त गोष्ट |
ग्रस्त = त्रासलेला |
ग्राम = गाव |
गो = गाय, धेनु |
गोधूम = गहू |
घनिष्ठ = दाट, अगदी जवळचे |
धर्म = घाम |
घवघवीत = भरपूर |
चारू = मोहक |
चेतना = जीवनशक्ती |
चौपदरी = झोळी |
चौफेर = चार बाजूंना |
चौर्य = चोरी |
छडा = तपास |
छात्र = विद्यार्थी |
जर्जर = क्षीन झालेला |
जरा = म्हातारपण |
जरब = दरारा |
जामात = जावई |
जिज्ञासू = जाणण्यासाठी उत्सुक |
ज्येष्ठ = मोठा |
ज्वर = ताप |
जान्हवी = गंगा नदी |
तकदीर = दैव |
तमा = पर्वा,फिकीर |
ताम्र = तांबे |
तृण = गवत |
तृष्णा = तहान |
तृशीत = तहानलेला |
त्रागा = डोक्यात राख घालणे |
त्राता = रक्षण कारनारा |
त्रिभुवन = तिन्ही लोक |
ददात = उणीव |
दर्पण = आरसा |
दंभ = ढोंग |
दारा = पत्नी |
दाहक = जाळणारा |
दाम्पत्य = जोडपे,पतिपत्नी |
दुर्ग = किल्ला |
दुर्दशा = वाईट स्थिती |
दुर्धर = कठीण |
दुर्भिक्ष्य = कमतरता |
दुर्मीळ = मिळवण्यासाठी कठीण |
देवाणघेवाण = देणेघेणे |
दैन्यावस्था = वाईट स्थिती |
धवल = पांढरे |
धनु = धनुष्य |
धी = बुद्धी |
नर्तिका = नाचणारी |
नामी = सुंदर |
निर्जन = ओसाड |
निर्झर = झरा |
निगा = काळजी |
निरभ्र = ढग नसलेले |
निंद्य = निंदा करण्यालायक |
पर = पीस,परका |
परार्थ = दुसऱ्यासाठी |
पेय = पाणी, दूध |
पल्लव = पालवि,कोवळे पान |
प्रकाश = उजेड |
प्रबंध = व्यवस्था |
प्राची = पूर्व दिशा |
प्राचीन = पूर्वीच्या काळातील |
पारंगत = निपुण |
पीत = पिवळा |
पियुष = अमृत |
भूजंग = सर्प |
मज्जाव = निर्बंध |
माती = बुद्धी |
मनोरथ = मनातील इच्छा |
मेरू = ऐका पर्वताचे नाव |
यती = सन्यासी |
युती = संयोग |
यातायात = त्रास |
योग = संधी |
रथी = योद्धा |
रिता = रिकामा |
लालसा = इच्छा |
लावन्य = सौंदर्य |
लोकोत्तर = श्रेष्ठ |
लोह = लोखंड |
क्षुधा = भूक |
क्षीरसागर = दुधाचा समुद्र |
क्षीण = अशक्त |
क्षणभंगुर = थोडा काळ टिकणारे |
हताश = निराश |
हरित = हिरवे |
हाट = बाजार |
हिम = बर्फ |
वाशीम = संशय |
वापिका = विहीर |
वाली = रक्षण करनारा |
विषाद = खेद |
विश्राम = विश्रांती |
विवेक = सारासार विचार |
वैध = कायदेशीर |
वंचना = फसवणूक |
व्यथा = दु:ख |
व्यय = खर्च |
शत = शंभर |
शर = बाण |
शीत = थंड |
सदाचार = चांगले आचरण |
सुरेल = गोड |
सुलक्षण = चांगले लक्षण |
सुविद्य = चांगला शिकलेला |
सूर = श्रवनिय आवाज |
सुकाळ = विपुलता |
सुचिन्ह = चांगले चिन्ह |
संकल्प = बेत |
साम्य = सारखेपणा |
सिद्ध = तयार |
स्वेच्छा = स्वतः ची इच्छा |
रस्ता = वाट |
हाक = साद |
ऐट = रुबाब |
शाळा = विद्यालय |
ढग = मेघ |
पक्षी = पाखरु |
ऊन = सूर्यप्रकाश |
रान = वन |
आभाळ = आकाश |
डोंगर = पर्वत |
झोका = झुला |
धरणी = धरती |
जीव = प्राण |
आस = ओढ |
दिवस = दिन |
डोळा = नयन |
बरकत = भरभराट |
मोरणी = लांडोर |
पाणी = जल |
करूना = दया |
दिन = गरीब |
स्फूर्ती = प्रेरणा |
शक्ती = जोर |
चक्र = चाक |
वाणी = भाषा,बोल |
मानव = माणूस |
जंगल = रान |
झाड = वृक्ष |
लांब = दूर |
नृत्य = नाच |
लढा = संघर्ष |
कारागृह = तुरुंग |
आंदोलन = चळवळ |
शाहिद = हुतात्मा |